महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के वफादारी वाले एक बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. सीएम ने ठाकरे से कहा, उन्हें हमें वफादारी नहीं सिखानी चाहिए.'



 देश में 'सनातन धर्म' पर विवाद के बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस मामले पर विपक्षी गठबंधन इंडिया और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना की है. सीएम एकनाथ शिंदे ने ठाणे में कृष्ण जन्माष्टमी समारोह का दौरा किया था जब उन्होंने मीडिया से बात की और कहा, “इंडिया के नेता हिंदुओं के खिलाफ एकजुट हो गए हैं, अब हिंदू धर्म के खिलाफ उनके चेहरे बेनकाब हो गए हैं. इस मामले पर पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे चुप हैं. एकनाथ शिंदे ने कहा, ''हर किसी ने उनकी वफादारी देखी, सत्ता के लिए उन्होंने वफादारी बेची, उन्होंने बालासाहेब के विचार बेचे, उन्हें हमें वफादारी नहीं सिखानी चाहिए.''

मराठा आरक्षण विवाद के बीच दिया ये आश्वासन
राज्य में मराठा आरक्षण विवाद पर आगे बोलते हुए सीएम ने कहा है कि हमारी सरकार मराठा समुदाय को आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है. “सरकार मराठा आरक्षण को लेकर बहुत गंभीर है. जब देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री थे तब आरक्षण दिया गया था लेकिन महा विकास अघाड़ी सरकार के दौरान उच्च न्यायालय ने उस आरक्षण को खारिज कर दिया था. हमारी सरकार मराठों को आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है. सरकार अदालत को यह दिखाने का काम करेगी कि मराठा समुदाय सामाजिक रूप से पिछड़ा है.
यह जालना में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद आया है, जहां प्रदर्शनकारी मराठों के लिए आरक्षण की मांग कर रहे थे.

पुलिस का लाठी चार्ज और सरकार की माफी
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था. हालांकि महाराष्ट्र सरकार ने जालना में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के लिए सोमवार को माफी जारी कर दी, लेकिन विपक्ष इस मुद्दे पर शिंदे के इस्तीफे की मांग को लेकर सरकार पर दबाव बना रहा है. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "पुलिस द्वारा लाठीचार्ज सही नहीं था... मैं सरकार की ओर से माफी मांग रहा हूं. सीएम ने कहा है कि जो भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."

 

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