राजनाथ सिंह के “चंद्रगुप्त मौर्य” पर टिप्पणी करने के विरोध में अखिल भारतीय मौर्य महासभा जिला मुख्यालय पर करेगी कैंडल मार्च –रमेश मौर्य

अमेठी (जगदीशपुर) भारत के केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दिनांक 20 जुलाई 2018 को संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान संसद भवन में मौर्य समाज के संस्थापक प्रथम चक्रवर्ती सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के विषय मे बोलते हुए जातीय अपमान व् टिप्पणी करते हुए मौर्य जाति की नही अखण्ड भारत के मूल-निवासियों को अपमानित किया है। उन्होने अपने भाषण में चंद्रगुप्त मौर्य के बारे में कहा था कि वे भेड़ बकरी चराते थे,और न ही किसी उच्च जाति के थे फिर भी राजा बने, इस पर कड़ा विरोध करते हुए अखिल भारतीय मौर्य महासभा के जिला अध्यक्ष रमेश मौर्य ने कहा कि गृहमंत्री महोदय याद रखना चाहिए था कि आज अगर विश्वपटल पर भारत का नाम होता है तो वो करुणासागर तथागत गौतम बुद्ध व् चक्रवर्ती सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य,सम्राट अशोक मौर्य के मौर्य शासन काल की वजह से भारत की पहचान है। बल्कि चक्रवर्ती सम्राट चंदगुप्त मौर्य ने अखण्ड भारत का निर्माण किया था । भारत देश मौर्य शासन  काल मे ही सोने की चिड़िया कहा जाता था । राजनाथ सिंह के गलत मानसिकता  के कारण पूरे मौर्य,शाक्य,सैनी,कुशवाहा समाज में काफी रोष हैं। उसी के विरोध में 25/07/2018 को शाम 7 बजे अखिल भारतीय मौर्य महासभा अमेठी इकाई के  तत्वाधान में जिला मुख्यालय गौरीगंज एवं जगदीशपुर में कैंडल मार्च निकाला जाएगा ।

सन्त प्रसाद मौर्य संवाददाता अमेठी
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