आज की सत्ता प्रदेश ब्यूरो: उत्तर प्रदेश के जिला आजमगढ़ में दो दिन पहले धान की रोपाई करने गई आशा बहू की रेप के बाद हत्या के मामले में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद साथी आशा बहुएं काफी आक्रोशित हैं। आशा बहुओं ने काम बंद कर हड़ताल शुरू कर दी है।सीएमओ से वार्ता के पश्चात आशा बहुओं ने  पोलियो अभियान कार्य के बहिष्कार का निर्णय लिया है। आशा बहुएं जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर कठोर कार्रवाई करने और प्रशासन से मृतका के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रही है। आजमगढ़ पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश कर जल्द गिरफ़्तारी की जाएगी। आजमगढ़ देवगांव कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की निवासी एक आशा कार्यकत्री  दोपहर में धान का बीया उखाड़ने के लिए घर से लगभग एक किमी दूर दूसरे गांव के सरहद पर स्थित खेत में गई थी। 35 वर्षीय महिला आशा लालगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आशा बहू के पद पर कार्यरत थी। खेत के पास ही गुड्डू का ट्यूबवेल है। परिजन का कहना है कि देर शाम तक जब वह घर नहीं पहुंची तो परिवार के लोग उसके मोबाइल पर फोन करने लगे। परिजन का कहना है कि फोन करने पर उसके मोबाइल पर घंटी तो बज रही थी लेकिन फोन रिसीव नहीं हो रहा था।

इस पर परिवार के लोग किसी अनहोनी की घटना से सशंकित होकर उसकी तलाश करने लगे। तलाश करते हुए परिजन जब उक्त ट्यूबवेल के पास पहुंचे तो वहां पर महिला का पेटीकोट, चप्पल व मोबाइल पड़ा मिला। ट्यूबवेल से लगभग पांच-सात मीटर दूर स्थित खेत में उसका शव पड़ा देख परिजन सन्न हो गए। शोर सुनकर गांव के लोग भी आ गए। महिला के जेठ ने  दुराचार कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को  तहरीर दी। जेठ की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ दुराचार व हत्या की धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके पर पहुंचे एसपी रवि शंकर  व एसपी सिटी सुभाषचंद गंगवार, सीओ लालगंज सच्चिदानंद ने भी घटना की छानबीन की। एसपी ने इस घटना के खुलासा के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की है। इधर महिला के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों की मानें तो उसकी हत्या गला घोट कर की गई है। जबकि पोस्टमार्टम में दुराचार की पुष्टि नहीं हो सकी। परिजनों द्वारा दुराचार की आशंका जताए जाने पर पुलिस मृत महिला के कपड़े को फोरेंसिक जांच के लिए भेजने की तैयारी में लगी हुई है।

सूचना पाकर एसपी सिटी सुभाचंद गंगवाल, एसडीएम सदर प्रकाशचंद सीओ सिटी अजय कुमार, शहर कोतवाल योगेंद्र बहादुर सिंह मौके पर पहुंच गए थे। आशा कार्यकर्ता मृतक के परिजन को बीस लाख रुपये मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग पर अड़ी हुई थी। कुछ देर बाद मुख्य चिकित्साधिकारी डा. रविन्द्र कुमार भी मौके पर पहुंच गए। सीएमओ व एसपी सिटी के आश्वासन पर एक घंटे बाद आशा कार्यकर्ताओं ने शव को ले जाने दिया। एसपी सिटी सुभाषचंद गंगवार का कहना है कि दुराचार हुई है या नहीं इसकी जांच के लिए महिला के कपड़े को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है। उनका कहना है कि इस हत्या के खुलासे के लिए पुलिस की तीन टीमें लगाई गई हैं। साथ ही मृत महिला के मोबाइल को भी पुलिस खेंगाल रही है।

आशा बहु कल्याण समिति से जुड़ी आशा बहुएं पोस्टमार्टम हाऊस पर जुट गई और साथी के साथ हुए घटना पर आक्रोश जताया था। संगठन की जिलाध्यक्ष विभा राय के नेतृत्व में आशा बहुएं सीएमओ से मिली और साथी की हत्या व अपनी सुरक्षा के मुद्दे पर वार्ता की। वार्ता के दौरान सीएमओ आशा बहुओं को संतुष्ट नहीं कर सके। जिस पर आशा बहुओं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई। जिलाध्यक्ष ने बताया कि आशा बहुएं अब साथी के हत्यारों की गिरफ्तारी और अपने सुरक्षा के मुद्दे पर सीएमओ द्वारा कोई स्पष्ट निर्णय लिये जाने तक हड़ताल पर रहेंगी। इस दौरान पोलियों अभियान का भी बहिष्कार रहेगा। इस अवसर पर जिला संरक्षक उमाशंकर सिंह, कल्याण सिंह, आशा चौहान, कुसुम सिंह, बृजबाला सिंह समेत सैकड़ों आशा बहुएं मौजूद रही।
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