राजेश शर्मा 

सीहोर जिले के चुनाव परिणामों ने शिवराजसिंह चौहान को जरुर तसल्ली दी है चारों सीटें भाजपा की झोली मे गई हैं।
सीहोर से सुदेश राय इछावर से पूर्व मंत्री करणसिंह वर्मा आष्टा से रघुनाथ मालवीय एंव बुदनी से खुद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान चुनाव जीत गए।
भाजपा के ऐसे दौर मे जब उसे एक-एक सीट के लिए संघर्ष करना पड़ रहा हो, सीहोर जिला उसके लिए बड़ा सहयोगी साबित हुआ है।
आष्टा मे कांग्रेस प्रत्याशी गोपालसिंह इंजीनियर ने भाजपा को थोड़ा-बहुत टक्कर दी वरना अन्य तीनों सीट पर सभी राउंड मे भाजपा प्रत्याशियों ने बड़त बनाए रखी।
इछावर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी शैलेन्द्र पटेल गत चुनाव के आंकड़े भी नहीं छू सके।
सीहोर जिले मे कांग्रेस का सूपड़ा साफ होने के पीछे कारणों को बाद मे खोजा जाएगा लेकिन यह साफ हो गया कि जिले मे मतदाताओं ने भाजपा-कांग्रेस को छोड़ अन्य सभी दलों एंव निर्दलीयों को बुरी तरह नकारा है। मप्र की बात की जाए तो कांग्रेस का बेहतरीन प्रदर्शन जारी है रुझानों के अनुसार वह बहुमत के इर्दगिर्द घूम रही है।
नतीजों की घोषणा मे हो रहा विलम्ब दर्शाता है कि भाजपा कहीं न कहीं बहुमत से दूर होती जा रही है।हो सकता है कि कांग्रेस को पूर्ण बहुमत ही मिल जाए।
यदि कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलता है तो पीएम नरेन्द्र मोदी को लगा यह सबसे बड़ा झटका होगा क्योंकि एमपी मे भाजपा की हार अगले लोकसभा चुनाव पर बुरा असर डालेगी।
फिलहाल तो वर्तमान हालातों को देख कहा जा सकता है कि सीहोर ने सुकून पहुंचाया शिवराज को।
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