तिरंगा हो कफ़न मेरा मै ये अरमान रखता हूं
फिरोज़ फतेहपुरी
देर रात तक चला ऑल इंडिया मुशायरा-कविसम्मेलन

सीहोर,  एमपी मीडिया पाइंट

गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक शाम कौमी एकता के नाम से तहसील चौराहे पर देश के शायर एवं कवियों ने अपने कलाम पेश किए इस मौके पर ऑल इंडिया उर्दू राब्ता कमेटी राजीव गांधी युवा मंच के सचिव कुतुबुद्दीन शेख सलीम बावा मौलाना अमिल खान के सौजन्य से कार्यक्रम आयोजित किए विशेष अतिथि भुरा यादव हनीफ कुरैशी की उपस्थित मै कार्यक्रम की शुरुआत इलाहाबाद से आए शायर कवि फिरोज़ फतेहपुरी के द्वारा सरस्वती वंदना युनूस अम्बर के नात पाक से शुरुआत हुई

कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ युनूस फरहत खान मुख्य अतिथि कुतुबुद्दीन शेख, सलीम बाबा, मौलाना आमिल खान ने सभी शायरों कवियों का सम्मान किया।मुशायरे कवि सम्मेलन का दौर शुरू होते है फिरोज फतेहपुरी ने पढ़ा।

ऐ वतन हमको तेरे ख़ाके मुकद्दस की कसम।
नाम  हरगिज़  तेरा  बदनाम  ना होने। देंगे
पढ़ते ही स्रोताओं ने खड़े होकर तालियों के सांथ स्वागत किया देवास से आए शायर आरिफ वारसी गुलरेज अली ने कलाम पेश कर अपनी हाज़िरी दे एम्स भोपाल के प्रोफेसर सूर्य वली, पंजाब से आईं कवियत्री मनोरमा चोपड़ा,भोपाल से सबा अंजुम, इंदौर से राहुल बजरंगी, सिरोंज से अनवर जियाई,हरदा से दिनेश व्याकुल,शमशिर हसन सिद्दीकी उदयपुर से शुभम सार्थक, ग्वालियर से अमित चितवन ने काव्य पाठ किया भोपाल से दिनेश भोपाली ने लोगों को अपने हास्य से खूब हंसाया
स्थानीय कवियों मे रमेश गोहिया, ब्रजेश शर्मा, विनोद पनसरी, डॉक्टर विजेंद्र शायर, उवैश राईन युनूस अम्बर ने अपनी कविताएं पड़ी
मुशायरे कवि सम्मेलन का संचालन उज्जैन से आए शायर सिराज अहमद सिराज एवं इलाहाबाद से आए शायर कवि फिरोज़ फतेहपुरी ने की कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा।
इस मौके पर आयोजक सलीम खान, आमिल खान भूरा यादव, सैय्यद महमूद अली, सुरेश गुप्ता, नावेद खान,राजेश नागर, सामाजिक कार्यकर्ता हनीफ कुरैशी, रिजवान अंसारी, अतीक मंसूरी, पिंटू लांबा, रणवीर बघेल, आवेश श्याम बघेल, नाहीद खान, अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे अंत मे आभार सलीम बाबा नए माना।
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