सीहोर,श्यामपुर के तत्कालीन एसडीएम राजकुमार खत्री, रीडर रामचंद्र सेन पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप,
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने की मुख्यमंत्री और सामान्य प्रशासन विभाग के मंत्री को  लिखित में शिकायत

सीहोर,  एमपी मीडिया पाइंट
 

सीहोर एवं श्यामपुर के तत्कालीन एसडीएम राजकुमार खत्री ने तीन वर्ष के अपने कार्यकाल में कृषि भूमि डायवर्सन, ग्रीन बेल्ट भूमि, पटटे की भूमि, वन भूमि को बड़ी राशि लेकर अवैधानिक रूप से आवासीय घोषित किया कर दिया। एसडीएम खत्री ने 50 करोड़ रूपए से अधिक की संपत्ति अपने और रिश्तेदारों के नाम की है। सार्वधिक भ्रष्टाचार कृषि भूमि के डायवर्सन में किया गया है। एसडीएम खत्री ने कुल 49 प्रकरणों में संबंधितों से 10 से 50 लाख रूपए तक की रिश्वत ली है। एसडीएम ने सरकार को मिलने वाले प्रीमियम, भूभाटक में भी जमकर फर्जीवाड़ा कर सरकार को करोड़ों रूपए का नुकसान पहुंचाया है। भाजपा सरकार के शासनकाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में हुए करोड़ों रूपए के घोटाले की लिखित शिकायत मुख्यमंत्री कमलनाथ और सामान्य प्रशासन मंत्री जयर्वधन सिंह को शहर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुलदीप सेठी ने सबूतों के साथ पत्र के माध्यम से की है। 

शिकायत पत्र मे कहा गया है कि तत्कालीन एसडीएम खत्री के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार में ग्राम बिजोरी  निवासी रीडर रामचंद्र सेन का भी बड़ा हाथ रहा, खत्री के कार्यकाल के दौरान रीडर सेन ने भी करोड़ों रूपए की संपत्ति आर्जित की। दोनों ने मिलकर शासकीय पट्टों वाली कृषि भूमि,ग्रीन बेल्ट भूमि, पटटे की भूमि, वन भूमियों का नियम विरूद्व डायवर्सन किया है।
शिकायती पत्र में श्री सेठी ने कहा की टीएनसीपी विभाग से बिना एनओसी लिए ग्रामीण राजकुमार की सात एकड़ उद्यान सहित ग्रीन बेल्ट के लिए आरक्षित भूमि को दीपक चौहान ने क्रय किया और ग्राम जमोनिया क्षेत्र में वेयर हाउस सामने नाले से लगी राजेंद्र राठौर की जमीन के डायवर्सन के लिए कुल 80 लाख रूपए की रिश्वत खत्री के द्वारा ली गई। कस्बा क्षेत्र निवासी सुनील धाड़ी की वन के लिए आरक्षित भूमि को डायवर्ट कर दिया गया। ग्रीनबेल्ट के लिए आरक्षित लुनिया चौराहा स्थित भूमि को भी 50 लाख रूपए लेकर डायवर्सन किया गया। नोट बंदी के दौरान एसडीएम खत्री ने अपने रीडर रामचंद्र सेन और ड्रायवर प्रवीण राठौर के माध्यम से 59 लाख रूपए बैंकों से परिवर्तित कराए थे। श्री सेठी ने शिकायती पत्र के साथ एसडीएम राजकुमार खत्री के द्वारा फर्जीवाड़ा कर बनाई गई रिश्तेदारों के नाम की संपत्ति भी गिनाई है। जिस में सीहेार और आसपास के गांवों में सात कमिर्शिल दुकाने, दो करोड़ का कीमती मकान, मंडी में विशाल राठौर की जमीन पर दो डुप्लेक्स मकान है। खत्री की सात एकड़ जमीन ग्राम बिजोरी में है जिस में आलीशान फार्महाउस है कीमत ढाई करोड़ के करीब है। रीडर सेन के भाई के नाम साढ़े चार एकड़ जमीन की गई है। चाणक्यपुरी में तीन हजार वर्ग फिट के दो बेनामी व्यक्तियों के नाम प्लाट किए गए है। श्यामपुर रोड पर एस आर पेट्रोल पंप के नाम ने 13 एकड़ जमीन एवं मकान जिस का निर्माण कार्य जारी है इस मकान को खत्री ने अपने भतीजे के नाम किया है। खत्री के द्वारा गांवों में लगभग चार करोड़ रूपए ब्याज पर बटा हुआ है। क्षेत्र के मनोज राठौर की जीमन से एक हजार फीट प्लाट खत्री ने लिया और शिफ्ट कार भी ली है।
कांग्रेस नेता श्री सेठी ने मुख्यमंत्री और सामान्य प्रशासन मंत्री से एसडीएम खत्री के द्वारा किए गए करोड़ों रूपए के घोटाले और फर्जीवाड़े की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।

एसडीएम खत्री ने कहा- आरोप निराधार
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दूसरी तरफ इस पूरे मामले मे एसडीएम राजकुमार खत्री का कहना है कि मुझ पर लगाए पूरे आरोप निराधार हैं।
व्यक्तिगत कारणों से शिकायत पत्र प्रेषित किया गया है।कहीं से कहीं तक मेरे कार्यकाल के दौरान नियम विरुद्ध कोई काम नहीं हुआ है । सब आरोप मनघड़न्त और बेबुनियाद हैं।

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