पटना, (रिर्पोटर) :आज पहली बार बिहार के राजनीतिक दलों की एक संयुक्त बैठक आयोजित की गई जिसमें 16 दलों के नेता उपस्थित हुए। इसमें सर्वसम्मति से प्रगतिषील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष पूर्व विधायक सिद्वनाथ राय को बिहार प्रोग्रेसिव एलायंस का  संयोजक बनाया गया। श्री राय ने कहा कि  बिहार की राजनीति एक संक्रमण काल से गुजर रही है। यूपीए और एनडीए ने राजनीति की मर्यादाओं को तार-तार कर दिया है। ये दोनेां गठनबंधन स्वार्थी, भ्रष्टाचारी तथा टिकट बेचने वालों का गिरोह  बन गया है और इसके घटक दलों ने पार्टी को अपने परिवार की बपौती बना लिया है। महागठबंधन तो जाति के नए नए क्षत्रप पैदा करने में लगी है जिनका कोई जनाधार नहीं उनको गठबंधन में शामिल कर उनके समाज को ठगने की कोशिष की जा रही है। एक तरफ  देश का चौकीदार का नारा लगाया जा रहा है लेकिन कांग्रेस नीत महागठबंधन तो महाभ्रष्टाचारी और सजायाफ्ता लोगों से भागीदारी कर रही है। एनडीए और यूपीए दोनों में टिकट का व्यवसाय हो रहा है। पूरे प्रदेश को अपना जागीर समझने वाले तो प्रदेश के किसी भी जिले और किसी भी क्षेत्र में जाकर चुनाव लडऩे की घोषणा कर दे रहे हैं। इस आचरण से स्थानीय कार्यकर्ताओं में भयंकर आक्रोश हैं। सभी क्षेत्रों में बाहरी उम्मीदवारों के खिलाफ नारा लगना शुरू हो गया है और बाहरी भगाओ स्थानीय लाओ के आक्रोष का शिकार यूपीए और एनडीए दोनों को झेलना पड़ेगा। महागठनबंधन तो खुल्लम खुल्ला पत्नी, बेटा, भाई, भतीजावाद का फार्मूला बनाकर टिकट दे रहा है।

इस विषम परिस्थिति में हम बिहार प्रोग्रेसिव एलायंस बनाकर और संयुक्त अभिययान चलाकर इस एलायंस के उम्मीदवार को ईमानदारी से सहयोग देंगे।

बीपीए बिहार की चुनावी राजनीति में एक नया उदाहरण पेश करेगी और सभी जिलों के स्थानीय कार्यकर्ताओं को तरजीह देगी। आपसी तालमेल का एक मजबूत एवं स्वच्छ वातावरण पैदा करेगी। इसमें शामिल दलों के सभी नेता एक दूसरे के प्रति संकल्पित होकर सहयेाग करेंगे । लोक सभा के इस चुनाव में यूपीए और एनडीए से ठगी गई जनता को  एक नया विकल्प देने का प्रयास बीपीए करेगी। लोक सभा उम्मीदवारों की संयुक्त सूची भी शीघ्र जारी की जाएगी। जहां भी अपने साथी दलों के एक से ज्यादा उम्मीदवार हैं उन्हें वापस कर लिया जाएगा। बीपीए पूरे बिहार के चुनाव में संयुक्त अभियान चलाएगी और यूपीए और एनडीए द्वारा किए जा रहे गड़बड़झाले का पर्दाफाश करेंगी।    देश के किसानों के हाल बेहाल हैं, युवाओं को रोजगार नहीं है, महिलाओं की सुरक्षा भगवान भरोसे है और स्कूलों में न पढ़ाई होती है और अस्पतालों में डाक्टर की कौन कहे दवाई भी उपलब्ध नहीं है। राष्ट्रवाद का प्रतीक एनडीए है तो दूसरी तरफ आजीवन स्वयं सत्ता में रही यूपीए, वहीं देष भर में देशद्रोह के आरोपी के भरोसे वामपंथी पार्टियां भी चुनावी समर में ताल ठोंक रही है। जाहिर है कि जनता की आवाज सुनने वाला और उसकी आवाज बुलंद करने वाली एक भी राजनीतिक पार्टी सही मायने में जनता के विकास और कल्याण के उद्देश्य से भटक चुकी है। ऐसे में बिहार में एक ऐसे सशक्त राजनीतिक विकल्प की आवश्यकता है जो जनता की आवाज बन सके। किसानों, युवाओं और महिलाओं की आवाज को मुकाम देने के लिए ही आज बिहार प्रोग्रेसिव एलाइंस (बीपीए) का गठन किया गया है।

    

राजनीतिक रूप से सजग समाजवादी बिहार की धरती ने हर ऐसे मौके पर जयप्रकाष नारायण, कपिलदेव सिंह, कर्पूरी ठाकुर जैसे नेतृत्व को धार देकर अपनी अस्मिता बचाए रखी है और अपनी सशक्त पहचान के बल पर देश और दुनियां को लोकतंत्र की महत्ता से परिचित कराया है।  बिहार प्रोग्रेसिव एलाइंस (बीपीए) इस लोकसभा चुनाव में मजबूती से यूपीए और एनडीए को बराबर का टक्कर देकर जनता के सामने एक मजबूत विकल्प बनेगी ।

बिहार प्रोग्रेसिव एलाइंस (बीपीए) समर्थित दलों की सूची प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया)- सिद्वनाथ राय ,आम जन पार्टी (सेकुलर)- दामोदर प्रसाद सिंह ,आम जनता पार्टी (राष्ट्रीय)- डा. रंजन , आप और हम पार्टी -जगन्नाथ साह ,अखिल हिन्द फारवर्ड ब्लाक (क्रांतिकारी)- महेन्द्र गिरि ,भारतीय क्रान्तिवीर पार्टी- राज कृष्णा पासवान ,भारतीय लोकमत राष्ट्रवादी- पंकज कुमार शर्मा ,जनहित दल- ई. बी. एन. सिंह ,जवान किसान मोर्चा- कर्नल आर. डी. सिंह (रिटायर्ड) क्रान्तिकारी विकास दल- आलोक कुमार ,लोक चेतना दल- संजीव कुमार झा ,मिथिंलाचल मुक्ति मोर्चा- सरोज चौधरी ,राष्ट्रीय सर्वोदय पार्टी- प्रभात कुमार ,संख्यानुपाती भागीदारी पार्टी- सर्वोदय पासवान ,सर्वहारा दल- राजेन्द्र यादव ,समाजवादी जनता पार्टी (चन्द्रषेखर)- धर्मेन्द्र सिंह  युवा सजपा अध्यक्ष

इसके अलावे सम्मेलन में उपस्थित लोगों में प्रसपा के बिहार प्रभारी राजेश सिंह, उपाध्यक्ष अशोक शर्मा विश्वकर्मा,जवान किसान मोर्चा के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष डा.पी.एस.दयाल यति महासचिव अरविन्द कुमार, ई सुरेश जी, महिला नेत्री किरण यादव, पटना जिला अध्यक्ष बिहारी कुमार सचिव अमित कुमार, महासचिव प्रो वसीम हसन, ब्रजेश बरियार एवं रवीन्द्र सिंह भी उपस्थित थे।


 


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