जालना में हुए लाठीचार्ज के बाद विपक्ष ने महाराष्ट्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. इस बीच एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का भी बड़ा बयान सामने आया है.



जालना में भूख हड़ताल पर बैठे लोगों पर लाठियों से हमला किया गया. पुरुष, महिलाएं, बच्चे घायल हो गये. कई किसानों और खेतिहर मजदूरों पर लाठियों से हमला किया गया. राजनेताओं द्वारा सत्ता का दुरुपयोग किया गया. एनसीपी नेता शरद पवार ने अपील की कि हम उन सभी को सौ प्रतिशत हराएंगे, हम उन सभी को सौ प्रतिशत हराएंगे, हम उन लोगों के हाथों में सत्ता नहीं रखेंगे जिनकी माताओं और बहनों पर लाठी से हमला करने की नीति है. 

शरद पवार ने बोला हमला
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने आज जलगांव में एक सार्वजनिक बैठक की. इस दौरान उन्होंने मौजूदा हालात के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कड़ा निशाना साधा. इस समय हर जगह सूखे की स्थिति है और जलगांव जिला भी इस सूखे की छाया में है. वर्तमान समय में पूरे प्रदेश में महंगाई, बेरोजगारी जैसी अनेक समस्याएं हैं और किसानों के सामने भी अनेक समस्याएं खड़ी हैं, इस स्थिति को बदलने की जरूरत है. इस स्थिति को बिल्कुल भी बदला नहीं जा सकता.

यदि शासक अपने हाथ में दी गई शक्ति का सही ढंग से उपयोग करें तो यह स्थिति बदल सकती है. आज प्रदेश और केंद्र की सत्ता बीजेपी की है (बीजेपी) के हाथ में है, उन्हें किसानों की पीड़ा से कोई मतलब नहीं है.' सूखा पीड़ितों की कोई सुध नहीं, पीने को पानी नहीं, इसकी कोई चिंता नहीं. इसलिए अब समय आ गया है कि राज्य में टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाये. शरद पवार ने कहा  कि ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि राज्य गलत लोगों के हाथ में चला गया है.

शरद पवार ने आगे कहा कि पिछले हफ्ते यवतमाल जिले में 18 किसानों ने आत्महत्या कर ली. क्यों नहीं रुक पा रही किसानों की आत्महत्या? राज्य सरकार के लिए यह जांच करना जरूरी है कि किसान आत्महत्या क्यों कर रहे हैं.

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