शिवसेना प्रवक्ता सुसीबेन शाह ने कहा कि किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के संबंध में अपने घोषणापत्र 'शपथनामा' में शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (SCP) की घोषणा एक 'धोखा' है. शाह ने कहा,"यह ध्यान देना महत्वपूर्ण है कि शरद पवार 2004 से 2014 के बीच 10 वर्षों तक केंद्रीय कृषि मंत्री रहे. इस दौरान उन्होंने किसानों के लिए कुछ नहीं किया. अब घोषणापत्र में एमएसपी की घोषणा कर किसानों को धोखा देने का प्रयास कर रहे हैं."

शिवसेना ने शरद पवार पर बोला हमला

शाह ने कहा, "उन्होंने महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण का सपना भी दिखाया है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के लिए उठाए गए कदमों के मुकाबलेे उनकी घोषणा बहुत फीकी है." उन्होंने दावा किया कि सस्ते गैस सिलेंडर की पेशकश और गरीब महिलाओं को हर साल एक लाख रुपये देना फर्जी वादे हैं. उन्होंने कहा, "अब समय आ गया है कि शरद पवार की नेशनल करप्ट पार्टी लोगों को धोखा देना और ऐसे वादे करना बंद करे."

नासिक की प्याज मंडियों में नहीं हुई खरीदी

एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव नासिक में गुरुवार को प्याज की नीलामी नहीं हुई. प्याज व्यापारी और मजदूरों के बीच बात नहीं बन पाने की वजह से नासिक की प्याज मंडियों में खरीदी नहीं हुई. 23 दिन बाद 24 अप्रैल से प्याज खरीदी शासन के हस्तक्षेप के बाद शुरू हुई थी. एक दिन खरीदी हुई और फिर से मंडियां व्यापारियों ने बंद कर दी. अगर जल्दी नासिक में प्याज की खरीदी शुरू नहीं होती है तो इसका असर किसानों और आम जनता पर पड़ेगा.

आने वाले समय में प्याज की कीमतें भी बढ़ सकती हैं. शासन के हस्तक्षेप के बाद भी प्याज मंडियों में प्याज की नीलामी नहीं हुई. प्याज व्यापारी और माथाड़ी कामगार के बीच सुलह नहीं हुई. माथाड़ी कामगार मजदूरी बढ़ाने को लेकर अड़े हुए हैं और काम पर नहीं आ रहे हैं. नासिक में प्याज की नीलामी नहीं होने से अब तक 700 करोड़ रूपये का व्यापारियों को घाटा हुआ है. वहीं, 1,500 रूपये प्याज की कीमत मिलने से किसान मायूस हैं.

प्याज व्यापारी किशोर वडजे का कहना है कि पिछले 20 दिनों से बाजार बंद था. बाजार पिछले दो-तीन दिनों पहले शुरु हुआ है. जिलाधिकारी ने भी हस्तक्षेप किया, लेकिन कोई हल नहीं निकला. इसलिए बाजार फिलहाल बंद है. माल मार्केट में लाने के लिए तैयार हैं, लेकिन बंद होने की वजह से लाखों रूपये का नुकसान हुआ है. जब हल निकलेगा तभी मंडी खुलने का अनुमान है.

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