नॉर्थ ईस्ट के मणिपुर में दूसरे चरण की वोटिंग के दौरान प्रदेश कांग्रेस ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए. कांग्रेस की ओर से आरोप लगाया गया कि सुरक्षाबल के सामने जबरन एनडीए को वोट डलवाए गए. उन्होंने उन मतदान केंद्रों पर दोबारा वोटिंग की मांग की, जहां ऐसी घटनाएं दर्ज की गई है.

रिपोर्ट के मुताबिक, मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (MPCC) ने इस सिलसिले में मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य में दर्ज की गई अनियमितताओं और गड़बड़ी का हवाला देते हुए फिर से मतदान का अनुरोध किया है. 

मणिपुर कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखा पत्र

मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया कि कई मतदान केंद्र पर गंभीर अनियमितताएं देखने को मिलीं. विशेष रूप से मतदान केंद्र नं.43/19- शिंगकैप में ईवीएम मशीनों को नष्ट किया गया. इसके अलावा मतदान केंद्र संख्या 43/46 पर बूथ पर कब्जा और धांधली की गई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवार अल्फ्रेड कन्नगम के पोलिंग एजेंटों को उनके कर्तव्यों को पूरा करने से रोका गया.

मतदान में धांधली के लगाए आरोप

कांग्रेस का आरोप है कि ऐसी ही गड़बड़ी 44-उखरुल (एसटी) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में दर्ज की गई थी. वहां तीन मतदान केंद्रों पर ईवीएम मशीनों को नष्ट कर दिया गया, साथ ही 44-उखरूल (एसटी) विधानसभा क्षेत्र के सत्रह मतदान केंद्रों पर बूथ पर कब्जा और मतदान में धांधली और जबरन मतदान की घटनाएं भी सामने आई है. 

क्या बोले मुख्य निर्वाचन अधिकारी?

इस बीच, कांग्रेस के आरोप पर मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ओर से EVM को तोड़ने, बूथ पर कब्जा करने और मतदान में धांधली जैसे आरोप लगाए हैं. ये घटनाएं आउटर लोकसभा सीट पर दर्ज की गई हैं. फिलहाल इसकी जांच की जा रही है.

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