सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस में अंदरखाने विचार चल रहा है कि राहुल गांधी सदन में कांग्रेस की कमान संभालें और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनें. जल्द ही कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में लोकसभा में कांग्रेस का नेता तय किया जाना है. इस बीच कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने भी खुलकर राहुल गांधी को विपक्ष के नेता (एलओपी) बनाने की मांग की है.
मणिकम टैगोर ने क्या कहा?
मणिकम टैगोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ''मैंने अपने नेता राहुल गांधी के नाम पर वोट मांगे हैं. ऐसे में मेरा मानना है कि राहुल गांधी को लोकसभा में कांग्रेस का नेता होना चाहिए. मुझे उम्मीद है कि कांग्रेस के अन्य सांसद भी मेरे जैसा ही सोचते हैं. देखते हैं कि कांग्रेस संसदीय दल क्या फैसला लेता है. हम लोकतांत्रिक दल हैं.''
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए 10 प्रतिशत से अधिक सीटें होना जरूरी होता है. साल 2014 में कांग्रेस ने 44 तो 2019 में 52 सीटें जीतीं थी, लेकिन इस बार पार्टी के हिस्से में 99 सीटें आई है. ऐसे में राहुल गांधी के एलओपी बनने की सबसे ज्यादा संभावना है.
राहुल गांधी क्यों बन सकते हैं विपक्ष के नेता?
माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के शानदार प्रदर्शन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. गठबंधन में सीटों के मामले में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी भी है.
हाल ही में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता संजय राउत तो ये भी कह चुके हैं कि अगर केंद्र में गठबंधन 'इंडिया' की सरकार बनती है और राहुल गांधी पीएम बनना चाहेंगे तो हम इसका विरोध नहीं करेंगे, लेकिन अब साफ हो गया है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए की केंद्र में सरकार बनने जा रही है.
ऐसा इसलिए क्योंकि टीडीपी और जेडीयू रुख साफ करते हुए कह चुके हैं कि वो एनडीए में ही बने रहेंगे. ऐसे में ये तो साफ हो गया है कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार लगातार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले रहे हैं. इस कारण अब लोकसभा में राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने की संभावना ज्यादा है.
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