लखनऊ के गोमतीनगर थाना क्षेत्र में वाहन चेकिंग के दौरान एक युवती ने पुलिस पर चेकिंग के दौरान डंडा मारने का आरोप लगाया। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान युवती को रूकने का इशारा किया, उसने अपनी स्कूटी को साइड में लगाया वैसे ही सिपाही ने उसके डंडा मार दिया। इस दौरान युवती हेलमेट भी लगाए थी और उसके पास गाड़ी के कागज भी थे। युवती ने सिपाही के खिलाफ गोमतीनगर थाने में तहरीर दी, लेकिन पुलिस उसपर समझौते का दबाव बना रही थी।
इस घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीरता से लेते हुए सिपाहियों निलंबित करने के निर्देश दिए थे। सीएम के निर्देशानुसार एसएसपी लखनऊ दीपक कुमार ने दोनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया, वहीं घटना की जांच के क्षेत्राधिकारी गोमतीनगर चक्रेश मिश्रा को दिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, मामला जनेश्वर मिश्र पार्क के पास का है। पीड़िता प्रगति सिंह ने बताया कि वह गोमती नगर में फॉरेस्ट कॉलोनी में रहती है। उसकी माँ पुष्पा सिंह आईएफएस ऑफिसर हैं। पीड़िता ने बताया कि वह मंगलवार को स्कूटी से अपने काम से जा रही थी। इस दौरान पुलिस वाहन चेकिंग कर रही थी। पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया तो उसने अपनी गाड़ी साइड में लगाई। इस दौरान सिपाही ने उसके डंडा मार दिया।
युवती के डंडा लगने से उसके नाक और चेहरे पर चोट आई है। युवती का कहना है कि उसके पास गाड़ी के सारे कागज थे और वह हेलमेट भी लगाए थी। उसने घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों से विरोध किया, जिसपर उनका कहना था कि सिपाही रोकने के लिए डंडा तो मार ही सकता है, जबकि प्रगति का कहना है रुकने का इशारा करते हुए उन्होंने अपनी स्कूटी को सड़क किनारे कर लगा दिया था। पीड़िता ने बताया कि डंडा मारने वाले आरोपी सिपाही की नेम प्लेट पर अंकित नागर लिखा था। पीड़िता ने बताया कि उसने आरोपित सिपाही के खिलाफ तहरीर दी। सीएम के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
डी पी एस कुशवाहा
स्टेट ब्यूरोचीफ
आज की सत्ता
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