आज की सत्ता हरदोई - लखनऊ-शाहजहांपुर हाईवे के लिए शहर से बाहर प्रस्तावित हो रहे रिंग रोड के लिए रोड मैप ओपेन न किये जाने से इस बात की संभावना है कि रिंग रोड के दायरे में आने वाली किसानों की भूमि से वे कंगाल हो जाएंगे और प्रॉपर्टी डीलर मालामाल हो जाएंगे। क्योंकि प्रॉपर्टी डीलरों ने भीतरी तौर पर रिंग रोड के बारे में जानकारी करते हुए किसानों से ओने पौने दामों पर जमीनों की खरीद फरोख्त जारी कर रखी है। किसानों को पता ही नहीं है कि रिंग रोड कहां से किधर से निकल कर जाएगा। वह अपनी जमीन ओने पौने दामों पर प्रॉपर्टी डीलरों को बेच रहे हैं।
   मामले को लेकर हरदोई पीडब्ल्यूडी के अफसरों की भूमिका सवालिया घेरे में है। इस संबंध में जब पीडब्ल्यूडी के नोडल अधिकारी अजय कुमार से बात की गई तो उन्होंने रिंग रोड के रोड मैप के बारे में किसी भी प्रकार की जानकारी देने से साफ मना कर दिया। एडीएम विमल अग्रवाल ने कहा कि वे इस ओर जानकारी कर कार्रवाई करेंगे।
उत्तर प्रदेश में जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हरदोई शाहजहांपुर स्टेट हाईवे को फोरलेन बनाने का निर्णय किया था और तब तत्कालीन पीडब्ल्यूडी मंत्री शिवपाल यादव ने संडीला से हरदोई तक भी फोर लेन बनाने की बात कही थी। हालांकि, कई बार स्टीमेट बनते-बिगड़ते रहे और फिर लखनऊ से संडीला तक फोरलेन और संडीला से हरदोई तक चौड़ीकरण फिर हरदोई से शाहजहांपुर तक फोरलेन बनाने का काम शुरू हुआ था। भाजपा सांसद अंशुल वर्मा ने अपने प्रयासों के चलते इस स्टेट हाईवे को नेशनल हाईवे बनाए जाने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से अनुरोध किया था जिस पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस स्टेट हाईवे को फोरलेन नेशनल हाईवे बनाए जाने की घोषणा की थी

 रिपोर्ट राजपाल सिंह कुशवाहा बिलग्राम हरदोई
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