महिला उपसरपंच ने लगाए सरपंच सचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप ,
ग्राम पंचायत दिगबाड़ का  मामला, 
कलेक्टर से की शिकायत  
कागजों पर बना दी सीसी सड़क और नाली,
मेड बंंधान कार्य योजना में भी किया फर्जीबाड़ा,
अपात्रों को दिया योजनाओं का लाभ,
फर्जी दस्तावेजों से निकाले लाखों रूपए 

सीहोर,  एमपी मीडिया पाइंट 

जनपद पंचायत नसरूल्लागंज की ग्राम पंचायत दिगबाड़ के सरपंच अनोखीलालऔर सचिव राजेश कुशवाहा, सहायक लखन माहेशवरी ने जनपद कार्यालय के अधिकारियों से सांठगांठ कर लाखों रूपए के फर्जीबाड़े को अंजाम दिया। ग्राम पंचायत की उप सरपंच अंकिता अग्रवाल ने कलेक्टर गणेश शंकर मिश्रा को लिखित में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं में सरपंच सचिव के द्वारा की गई अनियमित्ताओं की शिकायत की है। 

कलेक्टर को दिए गए शिकायती पत्र में उपसरपंच श्रीमति अग्रवाल ने कहा की गांव में सड़क, नाली, पुलिया पॉली हाउस, मेड बंधान, मनरेगा जैसे अनेक कार्यो में अनियमित्ता की गई। कागजों पर अनेक निर्माण कार्य दर्शाकर फर्जी दस्तावेजों से भुगतान निकाल लिया गया।  सरपंच और सचिव ने गांव के पात्र गरीब ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं देकर स्वयं के रिश्तेदारों को उपकृत किया। योजना अंतर्गत जिस भूमि पर पॉली हाउस स्वीकृत किया गया उसी भूमि पर मेड़ बंधान की राशि स्वीकृत कर दी गई। 

इसी तरह अन्य दो लोगों को मेड़ बंधान की राशि आवंटित की गई लेकिन जमीन पर मेड़ बंधान किया हीं नहीं गया। गांव में नाली सीसी सड़क और पुलिया निर्माण में भी जमकर भ्रष्टाचार किया गया। आंगनबाड़ी भवन अबतक अधूरा पड़ा हुआ है लेकिन भवन निर्माण की पूरी राशि निकाल ली गई। गांव में 335 मीटर लम्बी नाली निर्माण को 600 मीटर का टी एस लगाकर भुगतान ले लिया गया। रोजगार गारंटी के तहत मास्टर मेें केवल मजदूरों को नाम हीं लिखा गया। लेकिन अबतक मजदूरों को मजदूरी का पैसा नहीं दिया गया है जबकी पूरा पैसा निकाल लिया गया है। इसी प्रकार अन्य जनहितैशी योजनाओं में भी भारी भ्रष्टाचार किया गया है। 

ग्राम पंचायत में जारी भ्रष्टाचार की शिकायत तत्कालीन कलेक्टर जिला पंचायत सीईओ, पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री,लोकायुक्त और मय सबूतों के पूर्व मुख्यामंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी उपसंरपच श्रीमति अग्रवाल के द्वारा की गई। लेकिन तक्तालीन सरकार के नेताओं के सरंक्षण प्राप्त रसूखदार सरपंच सचिव और सहायक पर कोई भी ठोक कार्रवाहीं नहीं की गई। जिस का खामियाजा ग्राम पंचायत दिगबाड़ के गरीब ग्रामीणों को भुगतना पड़ा है। ग्राम में विकास के नाम पर केवल भ्रष्टाचार किया गया। श्रीमति अग्रवाल ने कलेक्टर से निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाही कर शासन के लाखों रूपए की जुर्माना सहित वसूली कराने की मांग की है।
Share To:

Post A Comment: