जिला उपभोक्ता परिषद ने विद्युत कंपनी के खिलाफ की नारेबाजी,
कहा-गरीबों और मजदूरों को दिए जा रहे हजारों के बिजली के बिल,

सीहोर,  एमपी मीडिया पाइंट 


 बुधवार को जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद के तत्वाधान में बड़ी संख्या में बिजली उपभोक्ताओं ने शहर के विद्युत कंपनी के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए गरीबों और मजदूरों को दिए जा रहे हजारों के बिजली के बिल में राहत देने और आकंलित खपत के आधार पर बिजली बिल बनाए जाने के विरोध करते हुए एक ज्ञापन विद्युत वितरण कंपनी के जेई नारायणसिंह यादव को सौंपा।
नारेबाजी कर प्रदर्शन करने वालों में परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शैलेष पटेल, जिलाध्यक्ष विष्णु सम्राट प्रजापति, शहराध्यक्ष नरेश आसुदानी, परिषद की महिला विंग जिलाध्यक्ष श्रीमती मोहिनी मनीष अग्रवाल आदि शामिल थे।
इस संबंध में जानकारी देते हुए जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद के मीडिया प्रभारी मनोज दीक्षित मामा ने बताया कि बिजली वितरण कंपनी की लापरवाही के कारण हजारों लोगों के बिल बढ़ाकर दिए गए हैं। नागरिकों को बिजली के बढ़ते बिलों को सुधरवाने को लेकर कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इन दिनों जितनी लंबी लाइन बिजली बिल भरने की लगती है उससे अधिक लोग बिजली के बिल को सही करवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। ताज्जूब की बात तो यह है कि एक घर में झाडू -पोछे का काम करने वाली मजदूर महिला का बिजली बिल पांच हजार रुपए का आया जिसे देख वह हतप्रभ रह गई  ऐसे सैकड़ों उपभोक्ता कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण परेशानी झेल रहे हैं। बुधवार को ज्ञापन देने वालों मे परिषद के पदाधिकारी श्रीमती लता राठौर, हीरु बेलानी, केशव कुशवाहा, आतिया औसाफ, अर्चना चौहान, सदुल डाबी सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी शामिल थे।
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