नवादा   : वर्ष 2014 में नवादा लोकसभा संसदीय सीट हाई प्रोफाइल सीट था जहां से गिरिराज सिंह उम्मीदवार रहा करते थे। नवादा भूमिहार तथा यादव बाहुल्य क्षेत्र होने के चलते यहां यादव और भूमिहार वोटरों की भूमिका अहम मानी जाती है। इस बार भाजपा को यह सीट न  मिलकर लोक जनशक्ति पार्टी को मिला है। पूर्व सांसद सूरजभान सिंह के छोटे भाई चंदन कुमार को लोजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है। 

 

वहीं महागठबंधन ने नवादा सीट से राजबल्लभ यादव की पत्नी बीमा देवी को उम्मीदवार बनाया गया है। इस क्षेत्र में लगभग दर्जनों प्रत्याशी मैदान में हैं। जहां 11 अप्रैल, 2019 को पहला फेज का चुनाव तय है। राजबल्लभ यादव इस सीट के पुराने खिलाड़ी हुआ करते थे लेकिन सजा होने से उन्हें विधानसभा सीट खोना पड़ा, अब यहां पर विधानसभा उपचुनाव एवं लोकसभा का चुनाव भी है। जानकारी रहे कि राजबल्लभ यादव का संबंध लालू प्रसाद यादव से अच्छा रहने के चलते अब उनकी पत्नी बीमा देवी को महागठबंधन का राजद प्रत्याशी बनाया गया है।
मुकबला आमने-सामने की है। इस लोकसभा क्षेत्र में रजौली से राजद विधायक प्रकाश बिन्द-पासी, हिसुआ से भाजपा विधायक अनिल सिंह-भूमिहार, नवादा-रिक्त, गोविन्दपुर से कांग्रेस विधायक पूर्णिमा यादव, वारसिलिंग से भाजपा विधायक अरूणा देवी एवं बरबीघा विधायक सुदर्शन कुमार-भूमिहार जाति के हैं। नवादा के कुल वोटरों की संख्या 1485015, जाति जनगणना के अनुमान के अनुसार ब्राह्मण-24720, राजपूत- 17394, भूमिहार-187053, कायस्थ- 5088, मुसलमान- 137616, यादव- 247842, कुशवाहा- 95813, कुर्मी- 50193, वैश्य समाज- 9311, बढ़ई- 23532, धानुक- 16452, कुम्हार- 23098, कहार- 60244, जायसवाल- 183 है।
वर्ष 2014 में भाजपा उम्मीदवार गिरिराज सिंह को 390248, एवं राजद उम्मीदवार राजबल्लभ यादव को 250091 वोट मिले थे इन दोनों के बीच का अंतर  मात्र 140157 था। मगर इस बार गिरिराज ङ्क्षसह एवं राजबल्लभ यादव के नहीं होने के कारण एनडीए और महागठबंधन के नये उम्मीदवार जनता को अपनी ओर कितना मोड़ते हैं।

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