फेसबुक के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर डेविड फिशर ने इसकी जानकारी दी है. फिशर ने कहा कि भारत अकेला ऐसा देश है, जहां फेसबुक ने मीशो और अनअकैडमी जैसी कंपनियों में माइनॉरिटी शेयर (अल्पांश हिस्सेदारी) ली है, ताकि डिजिटल इनोवेशन को बढ़ावा दिया जा सके. फिशर ने कहा कि फेसबुक भारत में लंबे समय के लिए निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है. इसके लिए वह लगातार कारोबारों के लिए नए-नए समाधान पेश करती रहेगी, ताकि उन्हें अपनी ऑनलाइन मौजूदगी दर्ज कराने और वृद्धि करने में मदद मिल सके.
फेसबुक के लिए भारत क्यों है खास?
फेसबुक के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर डेविड फिशर ने कहा, 'कंपनी ने भारत में निवेश किया और कुछ ऐसे अनोखे सौदे किए जो उसने दुनियाभर में कहीं नहीं किए. भारत के बारे में जो एक बात सबसे अलग उभर कर आती है वह है इनोवेशन की रफ्तार, इससे वहां हो रहे बदलाव और उनके असर को भी फेसबुक महसूस करता है. यही कारण है कि हमने यहां विशेष निवेश किया है.'
फिशर कहते हैं, 'हमने भारत के लिए एक स्पेशल स्ट्रक्चर तैयार किया है. भारत में हम ऐसा कुछ कर रहे हैं जो हमने दुनियाभर में नहीं किया. हम यहां अनोखा निवेश और सौदे कर रहे हैं.'
अप्रैल में फेसबुक ने जियो पर किया था 5.7 अरब डॉलर का निवेश
बता दें कि अप्रैल में फेसबुक ने रिलायंस इंडस्ट्रीज के जियो प्लेटफॉर्म्स में 5.7 अरब डॉलर यानी 43,574 करोड़ रुपये का निवेश की घोषणा की थी. इसके लिए फेसबुक को जियो प्लेटफॉर्म्स में 9.9 फीसदी हिस्सेदारी मिली. यह फेसबुक के लिए भी 2014 के बाद से सबसे बड़ी डील है.
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