खाने के तेल की कीमतों में पिछले एक साल में काफी गिरावट आई है और ये सस्ते हुए हैं. सरकार ने संसद में लिखित जवाब में ये जानकारी दी है.
केंद्र सरकार ने संसद में खाने के तेल की कीमतों को लेकर बड़ा अपडेट दिया है. सरकार ने कहा है कि रिफाइंड सनफ्लावर ऑयल, रिफाइंड सोयाबीन ऑयल और रिफाइंड पामोलीन तेल की कीमतें पिछले एक साल में काफी घट गई हैं. इसके तहत रिफाइंड सनफ्लावर ऑयल 29 फीसदी, रिफाइंड सोयाबीन ऑयल 19 फीसदी और पामोलीन तेल 25 फीसदी तक सस्ता हो चुका है.
क्यों सस्ता हुआ है खाने का तेल
सरकार की ओर से लोकसभा में लिखित जवाब में बताया गया है कि केंद्र सरकार की ओर से उठाए गए कदमों और ग्लोबल कीमतों में लगातार आ रही गिरावट के कारण एडिबल ऑयल के दाम नीचे आए हैं. खाद्य एवं उपभोक्ता मामले की राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने लिखित जवाब में ये जानकारी दी है. उन्होंने ये भी दावा किया है कि केंद्र सरकार खाने के तेल की घरेलू कीमतें पर पैनी नजर रख रही है जिससे अंतरराष्ट्रीय कीमतों में आ रही गिरावट का फायदा देश के आम उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जा सके.
सरकार के लगातार प्रयासों से कम हुई कीमतें
अपने लिखित जवाब में राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा है कि सरकार के लगातार प्रयास हैं कि रिटेल कीमतों पर हो रही बचत का फायदा ग्राहकों को दिया जा सके. इसके अलावा सरकार इंडस्ट्री के लीडर्स और संस्थानों के साथ बातचीत कर रही है जिससे अंतरराष्ट्रीय कीमतों में कटौती से तालमेल बिठाते हुए घरेलू कीमतों को तय किया जा सके. गौरतलब है कि सरकार ने हाल के कुछ सालों में घरेलू कीमतों को कम करने के लिए इन पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाई हैं.
आम कंज्यूमर को मिला फायदा
क्रूड सनफ्लावर ऑयल, क्रूड सोयाबीन ऑयल और क्रूड पामोलीन तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट के साथ-साथ सरकार के उठाए गए कदमों की वजह से आम कंज्यूमर को राहत की सांस मिली है. इनकी कीमतों में पिछले एक साल से काफी कटौती देखी गई है. राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि रिफाइंड सनफ्लावर ऑयल, रिफाइंड सोयाबीन ऑयल और रिफाइंड पामोलीन तेल की कीमतें क्रमशः 29.04 फीसदी, 18.98 फीसदी और 25.43 फीसदी की दर से घटी हैं.
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