तेलंगाना के सीएम केसीआर ने महाराष्ट्र में बैठकें कर पार्टी को आगे बढ़ाने की कोशिश शुरू कर दी है. इस बीच कल सीएम चंद्रशेखर राव एक बार फिर महाराष्ट्र दौरे पर आ रहे हैं.

 महाराष्ट्र की राजनीति में नई एंट्री करने वाली बीआरएस पार्टी की खूब चर्चा हो रही है. वहीं पार्टी के मुखिया और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने महाराष्ट्र दौरे पर कई बैठकें कर पार्टी को आगे बढ़ाने की पुरजोर कोशिश शुरू कर दी है. इस बीच खबर है कि चंद्रशेखर राव एक बार फिर महाराष्ट्र दौरे पर आ रहे हैं.

केसीआर  महाराष्ट्र दौरा 
तेलंगाना के सीएम के. चन्द्रशेखर राव कल (01 अगस्त) सुबह 10 बजे कोल्हापुर पहुंचेंगे. वे वाटेगांव में अन्नाभाऊ साठे की जयंती कार्यक्रम में शामिल होंगे. वहीं, जब वे किसान संगठन के नेता रघुनाथ दादा पाटिल के घर जा रहे थे तो राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा होने लगी. केसीआर कल कोल्हापुर जिले के दौरे पर हैं. वे वाटेगांव में अन्नाभाऊ साठे की जयंती कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके बाद दोपहर दो बजे किसान संगठन के नेता रघुनाथ दादा पाटिल के घर पर के चंद्रशेखर राव के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया गया है. इसके बाद चंद्रशेखर राव शाम 4 बजे अंबाबाई के दर्शन के लिए कोल्हापुर जाएंगे और वहां से हैदराबाद लौट आएंगे.

रघुनाथ दादा पाटिल बीआरएस के साथ करेंगे काम?
पिछले कुछ दिनों से के चंद्रशेखर राव राज्य में पार्टी को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कई अहम नेताओं को अपने पक्ष में करने का ऑफर भी दिया है. अब वे किसान संगठन के नेता रघुनाथ दादा पाटिल को अपने साथ मिलाने की कोशिश कर रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले किसान संघ के पदाधिकारियों ने हैदराबाद में राव से मुलाकात की थी और अब से बीआरएस के साथ काम करने का वादा किया था. इस बीच शरद जोशी के किसान संगठन का तेलंगाना के मुख्यमंत्री राव पर बड़ा प्रभाव है.

एबीपी माझा के अनुसार, इसीलिए टिनी ने किसान संगठन के नेता राजू शेट्टी के साथ महाराष्ट्र की राजनीति में शामिल होने की योजना बनाई थी. लेकिन राजू शेट्टी ने साफ इंकार कर दिया था. इसलिए संभावना है कि भविष्य में रघुनाथ दादा पाटिल का किसान संगठन बीआरएस के साथ महाराष्ट्र में काम करेंगे.

पार्टी को बढ़ाने की कोशिश
मुख्यमंत्री राव ने अपनी पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाने का फैसला किया है. इसके लिए उन्होंने राज्य के विभिन्न दलों के कई महत्वपूर्ण नेताओं को शामिल किया है. राज्य के हर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की पकड़ बनाने की कोशिश की गई है. खास बात ये है कि किसानों के मुद्दे पर फोकस करने वाली इस पार्टी को ग्रामीण इलाकों में भी रिस्पॉन्स मिल रहा है.



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