लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में पूर्वांचल की 13 सीटों पर मतदान से पहले समाजवादी पार्टी को एक और झटका लगा है. पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद राय के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की खबरों के बीच अब दावा किया जा रहा है कि पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह भी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. 24 घंटे पहले ही राम इकबाल सिंह, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ नजर आए थे.

इकबाल सिंह ने सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर भी कई पोस्ट किए थे जिसके बाद उनके दोबारा बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे. उन्होंने महाभारत के युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि धोखा ही कौरवों के पतन की वजह बना था.  इकबाल सिंह ने सोमवार को पोस्ट में लिखा- 'धोखा और अनैतिक युद्ध कौरव सेना ही शुरू की ,यही उसके पतन का कारण भी बना , द्युत क्रीड़ा से द्रोपदी की लाज भंग ही मुख्य कारण बने.'

इकबाल सिंह ने की थी ये पोस्ट

वहीं एक ओर पोस्ट में महाभारत के ही एक हिस्से का जिक्र करते हुए इकबाल सिंह ने लिखा था कि वक्त ही बलवान था कि विश्व का सबसे बड़ा धनुर्धर विराट नरेश के यहां, वृहनला बनकर रसोइया का कार्य करते थे, फिर महाभारत कौन रोक पाया? इकबाल सिंह ने बिना किसी नाम का जिक्र किए लिखा था कि - दोस्तो ,माफिया किसी भी जाति के रक्षक नही हो सकते, वे आवारा धन के लिए,  और अपनी सुरक्षा के लिए ही राजनीति के शरण में है.

सपा नेता ने एक और सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि- अपराधी ही राजनीति दलों और कुछ जातियों के आइडियल हो गए है , कहां लोकतंत्र बचा है, राजनीतिक दल उनके आगे घुटने टेक दिए है. आपको बता दें कि इससे पहले पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद राय भी समाजवादी पार्टी को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. चुनाव से पहले इकबाल सिंह के ये तेवर सपा को नुकसान पहुंचा सकते हैं. 

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