हरियाणा और दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई हिस्से भीषण गर्मी की चपेट में हैं और सोमवार (20 मई, 2024) को राष्ट्रीय राजधानी के नजफगढ़ में तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो देश में सबसे अधिक है.

मौसम विभाग ने कहा कि राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा, जिससे दैनिक जनजीवन प्रभावित हुआ और अधिकतर लोग घरों के अंदर ही रहे.

रेड अलर्ट किया जारी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा, “आज (सोमवार को) हरियाणा और दिल्ली के कई स्थानों पर ऊष्ण लहर से लेकर गंभीर ऊष्ण लहर की स्थिति रही. राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में और पंजाब, गुजरात व मध्य प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में ऊष्ण लहर की स्थिति देखी गई.”

दिल्ली के कई हिस्सों में तापमान फिर से 47 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर गया, मौसम कार्यालय ने राष्ट्रीय राजधानी में ऊष्ण लहर से भीषण ऊष्ण लहर की स्थिति के कारण अगले पांच दिन के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया है. 

स्कूलों में छुट्टी घोषित

कई राज्य सरकारों ने स्कूलों से कुछ दिनों के लिए छुट्टियां घोषित करने को कहा है, लेकिन ऑनलाइन कक्षाओं का विकल्प भी प्रदान किया गया है.  दिल्ली सरकार ने उन स्कूलों को तत्काल प्रभाव से ऐसा करने का निर्देश दिया जो गर्मी की छुट्टियों में बंद नहीं हुए हैं.

दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने एक परिपत्र में कहा कि सभी स्कूलों को इस शैक्षणिक वर्ष के लिए 11 मई से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रखने का निर्देश दिया जाता है. 

पंजाब सरकार ने क्या निर्देश दिया?

पंजाब सरकार ने भीषण गर्मी के बीच सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में 21 मई से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा की है.  स्कूल शिक्षा निदेशालय, जम्मू ने अत्यधिक गर्मी के कारण स्कूलों के समय में बदलाव का आदेश दिया है. उच्चतर माध्यमिक स्तर तक के सभी सरकारी और निजी (मान्यता प्राप्त) स्कूलों में सोमवार से नया समय सुबह 8 बजे से दोपहर तक लागू हो गया. 

स्कलों के समय में बदलाव

हिमाचल प्रदेश में उच्च शिक्षा निदेशालय ने भी कई जिलों में ऊष्ण लहर की चेतावनी जारी होने के बाद निचले पहाड़ी इलाकों स्कूलों के समय में बदलाव का आदेश दिया है. उत्तर भारत के बड़े हिस्से में जहां चिलचिलाती गर्मी पड़ रही है, वहीं केरल और तमिलनाडु जैसे दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश हो रही है, जो इस महीने के अंत में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत का संकेत है.

दिल्ली में बढ़ी बिजली की मांग 

दिल्ली में, चिलचिलाती गर्मी में बिजली की मांग भी मई में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई. स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर, दिल्ली के आंकड़ों से पता चला है कि दोपहर 3:33 बजे बिजली की अधिकतम मांग 7,572 मेगावाट थी. यह मई में दिल्ली में अब तक की सबसे अधिक बिजली मांग थी. यह पिछले साल 22 अगस्त को दर्ज की गई अधिकतम बिजली मांग - 7,438 मेगावाट से भी अधिक है. 

राष्ट्रीय राजधानी के आयानगर में अधिकतम तापमान 45.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री अधिक है. मौसम केंद्र ने 28 मई 1988 को 47.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया था, जो 1967 और 2024 के बीच सबसे अधिक था. 

दिल्ली के बेस स्टेशन सफदरजंग ने 29 मई, 1944 को उच्चतम अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था जो मौसम स्टेशन में दर्ज उच्चतम तापमान था. सफदरजंग बेस स्टेशन में 1931 से रिकॉर्ड रखा हुआ है. 

अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास स्थित पालम स्टेशन पर 26 मई 1998 को अधिकतम तापमान 48.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. पालम के पास 1956 से पहले के रिकॉर्ड हैं. 

कहां कैसा मौसम रहा?

राजस्थान के गंगानगर में पारा 46.3 डिग्री, बाडमेर में 46.1 डिग्री, कोटा में 45.8 डिग्री, चुरू में 45.5 डिग्री और बीकानेर में 44.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.

मध्य प्रदेश में, रतलाम और नौगोंग में अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, इसके अलावा दतिया में 45.2 डिग्री, खजुराहो में 44.8 डिग्री और ग्वालियर में 44.7 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.

हरियाणा में, सिरसा में अधिकतम तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, इसके बाद नूंह में 46.8 डिग्री, फरीदाबाद में 46.2 डिग्री, झज्जर में 45.9 डिग्री और भिवानी और नारनौल में 45.7 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.

पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गय. पंजाब में अमृतसर में अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस जबकि लुधियाना में 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. 

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