वीडियो शेयर करते हुए पूनम महाजन ने लिखा, "मेरा साहस मेरा सन्मान, मेरी ताकत मेरी पहचान, मेरा रुतबा मेरा अभिमान, मेरे बाबा मेरा वरदान, ऊंगली पकड़कर आपने चलना सिखाया, आत्मविश्वास ने आपके गिरकर भी उठना सिखाया. सब कहते हैं कि मैं आपकी राजनीति का सारांश हूं, आखिरकार बाबा मैं आपका ही तो अंश हूं."
मेरा साहस मेरा सन्मान,
मेरी ताकत मेरी पहचान।
मेरा रुतबा मेरा अभिमान,
मेरे बाबा मेरा वरदान ।
ऊंगली पकड कर आपने चलना सिखाया,
आत्मविश्वास ने आपके गिरकर भी उठना सिखाया।
सब कहतें हे की मैं आपकी राजनीती का सारांश हूँ,
आखिरकार बाबा मैं आपका ही तो अंश हूँ। pic.twitter.com/vRoinlvFL8
‘सांसद नहीं बल्कि बेटी की तरह स्नेह देने के लिए ऋणी रहूंगी’
इससे पहले टिकट कटने के बाद भी पूनम महाजन की प्रतिक्रिया आई थी. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा था, "10 वर्षों तक एक सांसद के रूप में मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा क्षेत्र की सेवा का मौका देने के लिए बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद. मुझे एक सांसद ही नहीं बल्कि एक बेटी की तरह भी स्नेह देने के लिए मैं क्षेत्र की परिवार समान जनता की सदैव ऋणी रहूंगी और यही आशा करूंगी कि यह रिश्ता हमेशा बना रहेगा."
पूनम महाजन ने आगे लिखा था, "मेरे आदर्श, मेरे पिता स्वर्गीय प्रमोद महाजन ने मुझे ‘राष्ट्र प्रथम, फिर हम’ का जो मार्ग दिखाया, मैं ईश्वर से यही प्रार्थना करती हूं कि आजीवन उसी मार्ग पर चल सकूं. मेरे जीवन का प्रत्येक क्षण सदैव इस देश की सेवा को समर्पित रहेगा. जय हिंद, जय महाराष्ट्र."
पिता की राजनीतिक विरासत को संभाल रही है बेटी
बता दें कि बीजेपी के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन का कभी राजनीति में डंका बजता था. प्रमोद महाजन की मई 2006 उनके ही छोटे भाई प्रवीण महाजन ने हत्या कर दी थी. इसके बाद उनके बेटे राहुल महाजन की राजनीति में रुचि नहीं होने के चलते प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन को राजनीति में उतारा गया. 2009 में पूनम महाजन ने पहली बार घाटकोपर वेस्ट से चुनाव लड़ा और हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद साल 2014 में उन्होंने कांग्रेस की प्रिया दत्त को मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट से हराया. 2019 के चुनाव में भी उन्होंने जीत हासिल की.
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