शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे ने जिस पार्टी की नींव रखी थी, वह मुसलमानों के लिए अछूत थी. बाला साहेब के बयानों की वजह से महाराष्ट्र के मुसलमान उनकी पार्टी को अपना राजनीतिक दुश्मन समझते थे लेकिन, उद्धव ठाकरे के लिए मुसलमानों ने दिलों के दरवाजे खोल दिए. लोकसभा चुनाव के नतीजे इस बात की तस्दीक करते हैं कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना को मुस्लिम समाज के रूप में नया वोटर मिल गया है जो उनकी राजनीतिक नैया को पार लगाने में उपयोगी साबित हुआ.

दरअसल, लोकसभा चुनाव में मुस्लिम समाज ने उद्धव ठाकरे पर भरोसा जताया है. मुस्लिम बाहुल्य विधानसभा क्षेत्र जैसे मानखुर्द, कुर्ला, गोवंडी, अणुशक्ति नगर, मुंबा- देवी, चांदीवली, घाटकोपर पश्चिम, भायखला, मलाड- मलवानी जैसे इलाकों से आने वाले मतदाताओं ने उद्धव ठाकरे और महाविकास आघाड़ी के पक्ष में एकतरफा वोट किया है. नतीजा ये निकला कि मुंबई में उद्धव के खाते में चार में से तीन सीटें आई है. वहीं, महाविकास आघाड़ी के खातें में 4 सीटे आई है. जहां आंकड़े इस बात की गवाही दे रहें हैं. 

अरविंद सावंत फिर किया शानदार कमबैक

इस बार के लोकसभा चुनावों में बहुत ही खास बात नजर आ रही है. जहां उद्धव बालासाहेब ठाकरे वाली शिवसेना ने मुंबई दक्षिण सीट पर जीत दर्ज की है. इस सीट से अरविंद सावंत ने शिंदे गुट की शिवसेना की यामिनी जाधव को हराया है. इस लोकसभा सीट में 6 विधानसभा पड़ती है, जिनमें वर्ली में 6,4844 वोट पड़े है, वहीं, शिवड़ी में 76,053, मालाबार हिल में 39,573 वोट मिले हैं. जबकि, मुम्बादेवी जो कि मुस्लिम बहुल विधानसभा है जिसमें 77,469 लोगों ने वोट किया है. वहीं, कोलाबा के 48,913 वोटर शामिल हैं. जिसमें अरविंद सावंत ने करीब 395655 वोट पाकर जीत दर्ज की.

वहीं, शिंदे गुट उम्मीदवार यामिनी जाधव को वर्ली से 58,129, शिवड़ी से 59,190. जहां भायखला मुस्लिम बाहुल्य इलाका है वहां से  40,817 और मालाबार हिल से 87,860 वोट मिले. जबकि, मुम्बादेवी जो कि मुस्लिम बहुल विधानसभा है उसमें से यामिनी जाधव को 36,690 वोट मिले. इसके अलावा कोलाबा से 58,645 वोट मिले. ऐसे में यामिनी दूसरे स्थान पर रहीं. इसमें पोस्टल वोट काउंट नही हैं.

मुंबई साउथ सेंट्रल लोकसभा सीट पर शिवसेना UBT ने दर्ज की जीत

इस बार मुंबई साउथ सेंट्रल लोकसभा सीट से शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के अनिल देसाई ने यहां से जीत दर्ज की है. उन्हें कुल 3,95,138 वोट मिले हैं. जहां उनका मुकाबला शिंदे गुट के राहुल शेवाले से था. जिन्हें 3,41,754 वोट मिले हैं. इस दौरान अनिल देसाई को अणुशक्ति नगर मुस्लिम बाहुल्य सीट से 79,767 वोट मिले. जबकि, चेम्बूर से 61,355, धारावी के मुस्लिम बाहुल्य इलाके से 76,677, सायन से 70,931, वडाला से 49,114 और माहिम जो मुस्लिम बाहुल्य इलाका है वहां से 55,498 मिले थे. जबकि, शिंदे गुट के राहुल शेवाले को अणुशक्ति नगर से 50,684, चेम्बूर से 58,477, धारावी से 39,820, सायन- कोलीवाड़ा से 61,619, वडाला से  59,740 और माहिम से 69,488 वोट मिले.

UBT शिवसेना के संजय दीना पाटिल जीते

वहीं, मुंबई नार्थ ईस्ट लोकसभा सीट से इस बार शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के संजय दीना पाटिल ने यहां से जीत दर्ज की है. उन्हें कुल 4,50,937 वोट मिले हैं. जहां उनकी फाइट बीजेपी के मिहिर चंद्रकांत कोटेचा से थी, जिन्हें 4,21,076 वोट मिले हैं. इस दौरान संजय दीना पाटिल को मुलुंड से 116421, विक्रोली से 52807, भांडुप से 75659, घाटकोपर वेस्ट से  63370, घाटकोपर ईस्ट से 83231 वोट मिले. जबकि, मानखुर्द- शिवाजी नगर जो कि मुस्लिम बाहुल्य इलाका है वहां से 28101 वोट मिले थे.

असली शिवसेना मतलब उद्धव ठाकरे की शिवसेना

वहीं, शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि महाराष्ट्र में बदलते राजनीतिक परिदृश्य के साथ ही मुंबई में मुस्लिम मतदाताओं के बीच उद्धव ठाकरे की साख बढ़ी है. 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान उद्धव अपनी बात अल्पसंख्यक समाज के लोगो तक पहुंचाने में सफल रहे. यही कारण है कि मुंबई में हमें 4 मे से 3 सीटों पर जीत मिली है.  

BJP ने हिंदुत्व को लेकर जूठा नरेटिव सेट किया

जबकि, कांग्रेस नेता नसीम खान का कहना है कि चुनाव के दौरान उद्धव ठाकरे ने भी जनता के बीच अपनी बात को स्पष्ट रूप से रखा. जिस प्रकार से बीजेपी ने उनकी छवि को लेकर उनके हिंदुत्व को लेकर जूठा नरेटिव सेट करने का काम किया. उसका साफ और सटीक जवाब उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को दिया है. अपने हिंदुत्व को उद्धव ने आम लोगों के बीच परिभाषित किया. 

क्या मुस्लिम वोटर के बीच उद्धव की बढ़ रही लोकप्रियता?

एक्सपर्ट अनुराग त्रिपाठी का कहना है कि पूरे भारत मे मोदी जी को हराने के मकसद से मुस्लिम मतदाताओं ने टेटिकल वोटिंग की है. इसका असर मुंबई के लोकसभा चुनाव में भी देखने मिला है, जहां मुंबई की ज्यादातर सीटों पर शिवसेना (UBT) चुनाव लड़ रही थी. इसीलिए उद्धव ठाकरे को मुस्लिम वोटों का फायदा हुआ है. इसका सबसे अच्छा उदाहरण दक्षिण मुंबई की लोकसभा सीट है. जहां शिवसेना की उम्मीदवार यामिनी जाधव को उनके ही विधानसभा क्षेत्र जहां से वो विधायक है उसी विधानसभा क्षेत्र से सबसे कम वोट मिले है.

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