जनवादी महिलाओं ने किया सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का समर्थंन, मनाया ज्योतिबा बाई फुले का जन्म दिन,महिला शिक्षा को आगे ले जाने का लिया संकल्प 


सीहोर,


 इन्द्रा कॉंलोनी में बड़ी संख्या में महिलाओं ने एकत्रित होकर शुक्रवार को भारत की प्रथम महिला शिक्षिका ज्योतिबा बाई फुले का जन्मदिन मनाया । समिति कि जिला महासचिव श्रीमति संतोष प्रजापति ने अपने संबोंधन में कहा कि अत्यन्त पिछड़ेे समाज में जहां पर महिलाओं को शिक्षा का अधिकार ही प्राप्त नहीं था वहां स्वंय शिक्षित होकर पिछड़ी महिलाओं को शिक्षित करने का बीड़ा उठाने वाली फुले जी भारत कि प्रथम महिला शिक्षिका थी । घोर विरोध के बावजूद भी ज्योतिबा फुले ने हार नहीं मानी और जो महिलाएॅं शिक्षा ग्रहण करने के लिए तैयार नहीं होती थी उन्हें तैयार करने के लिए भारी संकटों का सामना कर अपने मिशन को कामयाब करके ही दम लिया । उनके जन्म दिवस पर हम भी महिला शिक्षा को आगे ले जाने का संकल्प लेते हैं । 

श्रीमति प्रजापति ने हाल ही में लाखों महिलाओं द्वारा केरल में सबरी माला मंदिर में प्रवेश के समर्थन में बनाई गई महाविशाल दीवार की हम जितनी भी तारीफ करे वह कम हैं । आज के वैज्ञानिक समाज में महिलाओं को अपवित्र मानकर मंदिर में प्रवेश नहीं करने देना अत्यन्त अमानवीय हैं। आज जब महिलाएॅं अन्तरिक्ष में जाकर अपना परचम लहरा चुकी हंै वहा मंदिर में प्रवेश नही करने देने के विचार को समर्थन देने वाले राजनैतिक दल नि:संदेह पिछड़ी मानसिकता व घोर महिला विरोधी हैं ।  सभी राजनैतिक दलो से मांग हैं कि यदि वे महिलाओं को समान अधिकार  देना चाहते है तो सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए केरल में महिलाओं के समर्थन में आकर सबरी माला मंदिर में भारी संख्या में आगे रहकर प्रवेश करवाना चाहिएॅं । कार्यक्रम में प्रमुख रूप से बबिता कुशवाह ,ममता बाई, संगीता, रेखा बाई,स्वाती,पूजा,मोनिका,ललिता बाई, मोनिका, रानी सबिता ,सुनीता बाई,सोरम बाई,धापू बाई, प्रीति गुप्ता, रजनी, सरिता कुशवाह प्रमुख रूप से मौजूद थी।
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