मुंबई. बीते जमाने की खूबसूरत अभिनेत्री जीनत अमान आज अपना 71वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं. जीनत का नाम लेते ही एक ग्लैमरस एक्ट्रेस की छवि सामने आ जाती है. जीनत ऐसी अदाकारा थीं, जिन्हें बॉलीवुड का ट्रेंड सेटर माना जाता है. उनके आने से पहले तक फिल्मों में अधिकतर एक्ट्रेसेज भारतीय रूप में ही नजर आती थीं, लेकिन उन्होंने अपनी बोल्डनेस से इसे बदला और खुद की एक ग्लैमरस एक्ट्रेस के तौर पर छवि बनाई. जीनत ने फिल्मों के जरिए खूब नाम कमाया लेकिन निजी जिंदगी में वे अक्सर परेशान रहीं.

जीनत अमान का जन्म 19 नवम्बर 1951 को मुंबई में मुस्लिम परिवार में हुआ था. उनका नाम जीनत खान था, बाद में उन्हें जीनत अमान के नाम से फेम मिला. जीनत ने अपने बचपन में काफी उतार-चढ़ा देखे थे. पारिवारिक झगड़े, माता-पिता का तलाक, पिता का निधन, मां की दूसरी शादी.. इन सबके कारण वे अक्सर परेशान रहती थीं. उनकी पढ़ाई भी अधूरी रही. उन्होंने एक मैगजीन में लेखक के तौर पर करियर की शुरुआत की.

मॉ​डलिंग और फिर फिल्में

मैगजीन में काम करते हुए जीनत मॉडलिंग की दुनिया की तरफ मुड़ीं. आत्मविश्वास और सुंदरता के कारण उन्होंने मिस इंडिया और मिस एशिया पैसेफिक इंटरनेशनल का खिताब अपने नाम किया. यहां से उनकी जिंदगी में बदलाव आया और उन्हें पहचान मिलने लगी. उन्होंने फिल्मों की ओर रुख किया. उनकी शुरुआती दो फिल्में फ्लॉप रहीं, इसके बाद देवानंद ने उन्हें ‘हरे राम हरे कृष्णा’ में लिया. फिल्म सफल हुई और जीनत को फिल्में मिलने लगीं. जीनत ने फिर कपूर खेमे में एंट्री की और ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ में अपनी खूबसूरती के जलवे बिखेरे. एक वक्त ऐसा था जब हर ग्लैमरस रोल के लिए जीनत को ही अप्रोच किया जाता था. जीनत ने ‘अजनबी’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’, ‘धरम वीर’, ‘हम किसी से कम नहीं’, ‘डॉन’, ‘पुकार’, ‘लावारिस’, ‘दोस्ताना’ जैसी कई फिल्में कीं.

संजय खान से धोखा, पति मजहर की मौत

फिल्मी ​दुनिया से जीनत को काफी खुशियां मिलीं लेकिन इसके उलट उनकी निजी जिंदगी की परेशानियां कभी कम नहीं हुई. फिल्म ‘अब्दुला’ की शूटिंग के दौरान जीनत की नजदीकियां एक्टर संजय खान के साथ बढ़ीं. दोनों प्यार में इस कदर डूबे कि गुपचुप शादी कर ली. लेकिन संजय पहले से शादीशुदा थे, दोनों के बीच अक्सर झगड़े होने लगे और बात मारपीट तक आ गई. जब मामला खुला तो संजय शादी से मुकर गए, जिसने जीनत को तोड़ दिया. जीनत ने इसके बाद 1985 में मजहर खान से शादी की. मजहर की मां इस रिश्ते से खुश नहीं थीं. वहीं, मजहर चाहते थे कि जीनत फिल्में ना करें. जीनत का दूसरा रिश्ता भी उन्हें खुशियां नहीं दे सका और दोनों के बीच कड़वाहट आने लगी थी. जब लम्बी बीमारी के बाद मजहर का निधन हुआ तो उनके परिवार वालों ने जीनत को उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होने दिया. इस बात का दुख आज भी जीनत अपने दिल में लिए हुए हैं.


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