TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रा हाल ही में नर्सिंग कोर्स करने के लिए हैदराबाद गई थी. फिर, उसने अपने पिता के UPI अकाउंट के जरिए वॉच, ड्रेस और भी दूसरे आइटम ऑनलाइन ऑर्डर किए. इसके बाद छात्रा ने ये पैसे पिता के नोटिस में आने से पहले ही वापस डिपॉजिट करने के बारे में सोचा. लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे इसलिए उसने किडनी बेचकर पैसा कमाने का एक ऑनलाइन तरीका खोजा निकाला.
ऐसे हुआ ठगी का खेल
दर्ज शिकायत के मुताबिक, छात्रा को ऑनलाइन एक एडवरटाइजमेंट नजर आया, जिसमें लिखा था कि किडनी की अर्जेंट जरूरत है और डोनर को 7 करोड़ रुपये दिया जाएंगे. इस पर छात्रा ने डॉ प्रवीण राज नाम से शख्स से संपर्क किया. इस शख्स ने छात्रा से कहा कि उसे शुरुआत में 3.5 करोड़ रुपये दिए जाएंगे और बाकी का पैसा बाद में दिया जाएगा.
इतना ही नहीं आरोपी ने छात्रा से उसकी मेडिकल रिपोर्ट भी मांगा और बताया कि वह किडनी देने के लिए एलिजिबल है. इसके बाद ठगी का असली खेल शुरू हुआ. ठग ने छात्रा से टैक्स और पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर 16 लाख रुपये मांगे और छात्रा ने ये रकम दे दी. लेकिन, जब छात्रा ने अपना पैसा मांगा तो आरोपी ने छात्रा से पैसे लेने के लिए दिल्ली जाने को कहा. जब, छात्रा वहां पहुंची तो पाया कि एड्रेस फर्जी है.
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