महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने एनसीपी नेता नवाब मलिक से मुलाकात की. नवाब मलिक को अंतरिम जमानत मिली हुई है.

 महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार राज्य के मंत्री दिलीप वलसे पाटिल और हसन मुश्रीफ के साथ पूर्व मंत्री नवाब मलिक से मिलने पहुंचे. अजित पवार ने उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. इससे पहले अजित पवार गुट का समर्थन करने वाले नेता प्रफुल्ल पटेल और सुनील तटकरे ने मंगलवार (15 अगस्त) को नवाब मलिक से मुलाकात की थी.

बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक को सोमवार (14 अगस्त) को मुंबई के एक प्राइवेट अस्पताल से छुट्टी मिली थी. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) मामले में दो महीने की अंतरिम जमानत दी थी. इस मामले में उन्हें 2022 की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था. मलिक के वकीलों ने कहा कि गिरफ्तारी के डेढ़ साल बाद मलिक को सोमवार की रात करीब आठ बजे उपनगरीय कुर्ला के अस्पताल से छुट्टी दी गई, जहां न्यायिक हिरासत में रहते हुए उनका इलाज किया रहा था. 

एक विशेष अदालत ने उनकी जमानत की शर्तें तय कीं, जिनमें से एक शर्त यह है कि वह मीडिया से बात नहीं करेंगे. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित तौर पर भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े एक मामले में फरवरी 2022 में राज्य के पूर्व मंत्री मलिक को गिरफ्तार किया था. 

नबाल मलिक का मई 2022 से निजी अस्पताल में गुर्दे से संबंधित बीमारी का इलाज किया जा रहा है. विशेष अदालत ने 50,000 रुपये के नकद मुचलके पर उन्हें रिहा कर दिया. विशेष अदालत द्वारा लगाई गई अन्य शर्तें यह हैं कि वह मामले के तथ्यों से परिचित किसी भी व्यक्ति/गवाहों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई प्रलोभन, धमकी या वादा नहीं करेंगे. अदालत ने आरोपी को अपना मूल पासपोर्ट ईडी को सौंपने का भी निर्देश दिया, जो मामले की जांच कर रही है. विशेष अदालत ने कहा कि मलिक किसी भी आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं होंगे और मेडिकल जांच के संबंध में अपने सभी विवरण केंद्रीय एजेंसी को उपलब्ध कराएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (12 अगस्त) को मलिक को मेडिकल आधार पर दो महीने की अंतरिम जमानत दी थी. 



 

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