हीटवेव की वजह से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. इसकी वजह ये है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, बिहार जैसे उत्तर भारत के राज्यों में जबदस्त गर्मी पड़ रही है. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि सुबह से ही लोगों के लिए बाहर निकलना मुश्किल हो जा रहा है. लोगों को गर्मी के साथ हीटवेव से भी दो चार होना पड़ रहा है. हीटवेव की वजह से परेशानी इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि अब अलग-अलग राज्यों की सरकारों ने भी एडवाइजरी या कहें निर्देश जारी कर दिए हैं.

दिल्ली में मजदूरों और श्रमिकों के लिए दिन में तीन घंटे की छुट्टी का ऐलान किया गया है. इस दौरान उनकी सैलरी भी नहीं काटी जाएगी. बस स्टैंड पर घड़ों में पानी भरकर रखने को कहा गया है. इसी तरह से जम्मू-कश्मीर में लोगों सो हिदायत दी गई है कि वे दोपहर में घरों से बाहर नहीं निकलें. इसके अलावा कहा गया है कि घोड़ा, गधा, ऊंट के जरिए होने वाली माल की ढुलाई भी तीन घंटे तक दिन में बंद रहने वाली है. ऐसे में आइए जानते हैं कि हर राज्य का हीटवेव से निपटने के लिए क्या एक्शन प्लान है.

दिल्ली में हीटवेव से कैसे निपटा जा रहा?

दिल्ली के उप राज्यपाल वी के सक्सेना ने भयंकर गर्मी को देखते हुये लेबर एवं श्रमिकों के लिए दोपहर 12-3 बजे सवेतन छुट्टी रखने के आदेश दिए.

'समर हीट एक्शन प्लान' पर डीडीए 20 मई से ही काम कर रहा है. आप सरकार के तहत आने वाली DJB, PWD, MCD अब तक ऐसा नहीं कर रहीं.

राजधानी में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए उप राज्यपाल ने मुख्य सचिव को तत्काल बैठक करने के निर्देश जारी किए हैं.

 उप राज्यपाल ने कंस्ट्रक्शन साइट पर श्रमिकों के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और नारियल पानी उप्लब्ध कराने के निर्देश दिए.

बस स्टैंड्स पर घड़ों में पानी रखने के निर्देश भी दिए गए हैं.

जम्मू-कश्मीर में गर्मी से बचने के लिए प्रशासन ने जारी किए ये निर्देश

देश के बाकी हिस्सों की तरह जम्मू-कश्मीर में भी भीषण गर्मी पड़ रही है. इसे देखते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. 

भीषण गर्मी और चल रही हीटवेव को देखते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन की तरफ से पशुओं से माल ढोने के काम पर रोक लगा दी गई है. 

भैंस, बैल, टट्टू, खच्चर, गधा और ऊंट के जरिए माल ढोने पर लगी रोक दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक लागू रहेगी. ये आदेश अगले दो महीने तक लागू रहेगा. 

प्रशासन की तरफ से पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम 1965 की धारा 6 के तहत ये फैसला लिया गया है. 

जम्मू-कश्मीर के कई जिलों में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंचा है, जिसके बाद लोगों को हीटवेव से पहले और ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह मिली है.

बुजुर्गों, बच्चों और शिशुओं को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक सीधी धूप से दूर रहने की सलाह दी गई है.

राजस्थान में हीटवेव को लेकर अलर्ट, सरकार ने जारी की एडवाइजरी

राजस्थान के आपदा राहत मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि वे गैरजरूरी कामों के लिए धूप में नहीं निकलें. 

आपदा विभाग की तरफ से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि हीट स्ट्रोक के इलाज के लिए जरूरी दवाइयों की उपयोगिता सुनिश्चित की जाए. 

हीटवेव और हीटस्ट्रोक की वजह से राजस्थान में छह लोगों की मौत हुई है. लोगों से कहा गया है कि वे धूप में नहीं निकलें और पानी पीते रहें.

एडवाइजरी में बाहर निकलने वाले लोगों से कहा गया है कि वे ताजा भोजन कर और पर्याप्त मात्रा में ठंडा पानी पीकर ही निकलें. 

एडवाइजरी के मुताबिक, लोगों को तेज धूप में बाहर निकलने पर छाते का इस्तेमाल करने और कपड़े से सिर और बदन को ढकने की सलाह दी गई है.

अगर किसी को बुखार हो जाता है तो शरीर के तापमान को कम करने के लिए पीड़ित के सिर पर गीले कपड़े का उपयोग करें. उसे ओआरएस पिलाएं. 


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