ईडी के छापेमारी के कई वीडियो और फोटो सोमवार को सामने आए थे. इसमें केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी बैग से नोटों की गड्डियां खाली करते हुए दिखाई देते हैं. इसके बाद नकदी गिनने के लिए नोट गिनने वाली मशीन लगाई गई थी. बरामद की गई नकदी में 500 रुपये के नोट ज्यादा है.
इसके अलावा केंद्रीय जांच एजेंसी ने मई 2023 में ईडी का झारखंड के मुख्य सचिव को लिखा गया एक आधिकारिक पत्र भी जब्त किया, जिसमें ठेकेदारों से ली गई कथित रिश्वत के खुलासे की स्वतंत्र जांच और एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी. वहीं इस पूरे मामले को लेकर आलमगीर आलम ने कहा, '' मुझे अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है.''
ईडी ने क्या आरोप लगाया है?
केंद्रीय जांच एजेंसी ने पिछले साल एक बयान जारी कर कहा था, ''रांची में ग्रामीण कार्य विभाग में मुख्य इंजीनियर के रूप में तैनात वीरेंद्र कुमार राम ने ठेकेदारों को निविदा आवंटित करने के बदले में उनसे रिश्वत के नाम पर अवैध कमाई की थी.''
ईडी (ED) ने आरोप लगाते हुए कहा था, ''अपराध से अर्जित आय का उपयोग वीरेंद्र कुमार राम और उनके परिवार के सदस्यों ने आलीशान जीवनशैली जीने के लिए किया है.'' दरअसल, वीरेंद्र के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला मामला झारखंड भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एक शिकायत से जुड़ा है.
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