हाल ही में बारामती तालुका कुस्तिगिर परिषद के सदस्यों की एक बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में युगेंद्र पवार को बारामती तालुका कुस्तिगिर परिषद के अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला किया गया. अब सबकी नजर इस पर है कि युगेंद्र पवार और शरद पवार गुट इस पर क्या रुख अपनाता है.
क्या बोले युगेंद्र पवार?
इस बीच युगेंद्र पवार ने कहा कि "उन्हें इस फैसले के बारे में कोई जानकारी नहीं है. मुझे अभी तक आधिकारिक तौर पर सूचित नहीं किया गया है और न ही मुझे अध्यक्ष पद से हटाने के संबंध में ऐसा कोई पत्र मिला है."
लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के तुरंत बाद युगेंद्र पवार को बारामती तालुका कुस्तिगिर परिषद के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था. इसलिए चर्चा हो रही है कि पवार परिवार में विवाद अब और बढ़ गया है. बारामती लोकसभा चुनाव के दिन सुप्रिया सुले मालेगांव में अजित पवार के घर गईं थी. उस समय अजित पवार घर पर नहीं थे. हालांकि, सुप्रिया सुले ने अपने परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की थी.
बारामती में बजा शरद पवार का डंका
बारामती लोकसभा क्षेत्र में सुप्रिया सुले और सुनेत्रा पवार के बीच मुकाबला कड़ा हुआ. सुप्रिया सुले ने सुनेत्रा पवार को 47 हजार वोटों से हरा दिया. ये सीट महाराष्ट्र की सवसे हॉट सीटों में से एक थी जिसपर सभी की नजर बनी हुई थी. इस बीच 4 जून को जन नतीजे सामने आये तो शरद पवार ने अजित पवार को झटका दे दिया.
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