विकास मुकाती,  सीहोर 


हिंदू धर्म मे मान्यता है कि किसी भी धार्मिक कार्यक्रम ,पूजा अर्चना से पहले गणेश जी की पूजा का प्रावधान है तभी पूजापाठ को सफल माना जाता है।गणेश पूजन के बाद धार्मिक कार्यक्रमों की शुरुआत होती है इसीलिए गणपति महाराज को प्रथम पूज्यदेव कहा जाता है लेकिन मध्यप्रदेश के सीहोर जिले का तहसील मुख्यालय इछावर एक ऐसा नगर है जहाँ श्रीकृष्ण,श्रीराम,शिवजी,हनुमानजी,देवीजी,शीतलामाता,ग्रामदेवी,भेरुनाथ,शनिदेव के तो ढेरसारे मंदिर हैं लेकिन गणेशजी का एक भी मंदिर नहीं है जबकि  नगर की कुल आबादी करीब 20 हजार है।
पूर्वकाल के दौरान इस प्राचीन नगरी का नाम लक्ष्मीपुर हुआ करता था बुज़ुर्ग बताते हैं कि नगर के मुरलीमनोहर मंदिर के सामने कभी गणेश मंदिर भी हुआ करता था जिसे मुगलों के आक्रमण से बचाते हुए नगरवासियाों ने मिट्टी से दबा दिया था। कालांतर बाद यही मंदिर खुदाई के वकत जमीन के अंदर मिला। मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया लेकिन किन्हीं कारणों से प्रतिमा खंडित हो गई और मंदिर का भी नामोनिशान मिट गया।
अब जब भी गणेशोत्सव आते हैं नागरिकों को गणेश मंदिर की शहर मे कमी खलती है लोग तो यहाँ तक भी कहते हैं कि  गणेश मंदिर नहीं होने के कारण ही इछावर की तरक्की वाधित है।
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