पेयजल नहीं तो मतदान नहीं,ब्रिजिशनगर के सैकड़ों ग्रामीणों ने किया पंचायत भवन का गहराव,महिलाओं ने कहा मतदान नहीं अब मटके फोड़ेंगे।

ब्रिजिशनगर/इछावर

गुरुवार को इछावर ब्लाक के ग्राम ब्रिजिशनगर मे सैकड़ों ग्रामीणों ने नारेबाजी कर पंचायत भवन का गहराव किया। बड़ी संख्या मे महिलाएं भी मौजूद रहीं। ग्रामीणों ने नारेबाजी कर कहा कि पानी नहीं तो मतदान नहीं , महिलाएं बोलीं मतदान नहीं तो मटके फोड़ेंगे फिर भी नहीं तो सरकार का सिर फोड़ेंगे। 

दरअसल 6 हजार की आबादी वाला ब्रिजिशनगर इछावर तहसील का वह गांव है जहाँ हर वर्ष ग्रामीणों को भीषण पेयजल संकट से गुजरना पड़ता है अपनी समस्या से वह सरकार को वर्षों से अवगत कराते आए हैं । विधायक मंत्री को भी अवगत कराया लेकिन बदले मे सिर्फ़ उन्हें कोरे और खोखले आश्वासन ही मिले। अब जबकि बारिश का मौसम विदा ले चुका है और आने वाले पेयजल संकट की बजती खतरनाक घंटी सुनाई देने लगी है तो ग्रामीणों ने पंचायत कार्यालय मे चर्चा की जब सरपंच गुड्डी ज्ञानसिंह मेवाड़ा ने ग्रामीणों से कहा कि ग्राम पंचायत द्वारा नलजल योजना का प्रस्तुत ऊपर स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है योजना स्वीकृति के बाद ही पेयजल समस्या का समाधान हो सकेगा तो सरपंच की उक्त बात सुनकर ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने नारेबाजी कर पंचायत भवन का गहराव शुरू कर दिया। सरपंच द्वारा मौके पर दी जा रही समझाईश भी बेकाम रही।
पूर्व सरपंच बद्रीपसाद,हेमराज गाडरी,लखन वर्मा,सुरेश वर्मा,धर्मेन्द्र नागर,धीरज राठौर,श्रीराम राठौर,भगवती बाई,सोरम बाई,अवंति बाई,हेमलता,किरण बाई,बेगू बाई,सुरेश वर्मा,जालनसिंह,दिनेश कुमार आदि ग्रामीणों ने कहा कि पूरा गांव हमारे साँथ है और यदि नलजल योजना ब्रिजिशनगर मे नहीं लायी गई तो आगामी विधानसभा चुनाव मे मतदान का बहिष्कार किया जाएगा।बतादें कि ग्राम ब्रिजिशनगर की 6 हजार आबादी केवल एक ट्यूबवेल पर आश्रित है गांव के वार्ड कृमांक 18,19,20 मे तो एक भी न तो हेंडपंप है ना ही कोई ट्यूबवेल यहाँ के 800 लोग 3 किलोमीटर दूर से पानी भरकर लाते हैं। इस संबंध मे सरपंच गुड्डी बाई ज्ञानसिंह मेवाड़ा का कहना है कि पंचायत विगत कई वर्षों से पेयजल संकट के समाधान का प्रयास कर रही है लेकिन ऊपर से योजना को स्वीकृति नहीं मिलती तो हम मजबूर हो जाते हैं इसबार भी नलजल योजना का स्वीकृति प्रस्ताव भेजा गया है।
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